Weather क्या हैं :-
हेलो दोस्तों आज के इस Article में मैं आपको बताऊंगा की Weather meaning in hindi | तो आज हम आपको इसमें आपको उसका पूरा मतलब समजाया जायेगा वह भी हिन्दी में तो यह Post आपके लिए है आज इस Post में हम आपको बताएंगे weather meaning in Hindi है हेलो दोस्तों तो कैसे हैं आप सभी ! उम्मीद करता हूँ की आप लोग सही ही होंगे तो चलिए आज हम इस Post के जरिये Weather के बारे में जानेंगे |
तो दोस्तों आपने कई बार कही न कही सुना या पढ़ा तो जरूर होगा कि जैसे अब आज बहुत ज्यादा hot weather है या कल बहुत ज्यादा cold weather था या होगा या फिर आपने किसी न किसी को ये कहते हुए तो जरूर सुना होगा कि मुझे गर्मियों, सर्दियों या फिर बारिश का weather बहुत पसंद है।
तो अब सवाल ये आता है कि ये weather क्या है और इसका हिंदी में क्या मतलब है और इससे हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पर क्या प्रभाव पड़ता है | अगर आपको भी इन सब के बारे में नहीं पता है तो कृपया इस article को अंत तक पढियेगा जिससे कि आपके सारे doubts क्लियर हो जाए |
Weather meaning in Hindi :-
Weather का हिंदी में मतलब होता है मौसम। भारत को ऋतुओं का देश कहा जाता है जिसमे हर ३-४ महीनो बाद मौसम बदलता रहता है। यूँ तो भारत में विभिन्न प्रकार कि ऋतुएँ हैं लेकिन मुख्यता लोग ३ तरह की ही ऋतुएँ को मानते हैं जैसे सर्दी, गर्मी और वर्षा। भारत में मौसम समय समय पर बदलता रहता है। और भारत के लोग हर तरह के मौसम को enjoy करते हैं तो चलिए इन सब मौसमो के बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।
ग्रीष्म ऋतु :-
यह march से june तक रहती है । इस समय सूर्य उत्तरायण रहता है एवं तापमान में बढ़ोत्तरी देखी जाती है । 21 march को सूर्य विषुवत रेखा पर एवं 23 जून को कर्क रेखा पर सीधा चमकता है । march के मध्य में तापमान बढ़ना शुरू होता है एवं मध्य may तक तापमान बढ़कर 40-42०C तक आ जाता है ।
उत्तर-पश्चिमी भारत में इस समय गर्म तेज हवाएं चलती है जिन्हे लोग सामन्यता लू कहते हैं। एवं तापमान कई स्थानों पर 45०C से भी ज्यादा हो जाता है । राजस्थान में 49०C, बिहार व उत्तर प्रदेश में 38-40०C तथा महाराष्ट्र, कर्नाटक व केरल में इस समय 27-28०C तापमान रहता है ।
गर्मियों में तापमान इस तरफ इतना ज्यादा होता है की घर से बाहर निकलना बहुत ज्यादा मुश्किल होता है, चारो तरफ चिलचिलाती धुप होती है, जिससे इन्सान, जानवर, पशु , पक्षी सभी के हाल बेहाल हो जाते है, वनस्पतिया, पेड़ पौधे, नदी तालाब आदि सभी सूखने लगते है. चारो तरह सूखा पड़ने लगता है,
गर्मी के मौसम की शुरुआत बसंत ऋतू के बाद शुरू हो जाता है, धीरे धीरे तापमान में वृद्धि होने लगती है, और मई तथा जून आते तो गर्मी के मौसम काफी असहनीय हो जाता है, और गर्मी के मौसम में दिन का समय काफी बड़े और जबकि राते छोटी हो जाती है. और यह गर्मी का मौसम अन्य मौसम की तुलना में काफी बड़ा भी होता है, जो की march April से शुरू होकर august September तक चलता रहता है.
गर्मी का मौसम साल का सबसे सूखा मौसम रहता है, क्युकी सूर्य की किरणे धरती पर एकदम सीधी पड़ती है, जिस कारण से धरती का तापमान काफी हद तक बढ़ जाता है, तापमान बढने के लिए ozone परते, धरती पर कटते पेड़ और सिमटते जंगल भी काफी हद तक धरती के तापमान को बढ़ा रहे है.
शीत ऋतु :-
यह मध्य November से February तक का काल है । इस समय सूर्य के दक्षिणायन होने के कारण पश्चिमोत्तर भारत में हाई प्रेशर का क्षेत्र बन जाता है । यहाँ का तापमान औसतन 10०C मिलता है, जबकि इस समय दक्षिणी भारत में लगभग 25०C तापमान रहता है ।
पूर्व की ओर बढ़ने पर इनसे वर्षा की मात्रा में कमी देखने को मिलती है । पंजाब में इससे 25 सेमी. वर्षा एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कुछ एरिया में 4 सेमी. वर्षा प्राप्त होती है । यह अल्प वर्षा भी पंजाब, हरियाणा आदि के गेहूँ, चना, सरसों आदि रबी की फसलों में काफी सहायता करने वाली होती है । राजस्थान में होने वाली इस वर्षा को ‘मावट’ कहते हैं ।
यह शीतकालीन मौसम भारत का सबसे बड़ा और सबसे ठंडा मौसम है। इस मौसम में हर जगह वतावरण में चारो तरफ ठण्ड ही ठण्ड फैली रहती है, यह एक बहुत ही शानदार मौसम है। सर्दियों के महीनों के दौरान, पहाड़ी क्षेत्र बर्फ से ढंक जाता है
और चारो तरफ बर्फ ही बर्फ फैली रहती है ऐसा लगता है मानो जैसे सब कुछ एक बहुत बड़ी बर्फ की चादर से ढक दिया हो कभी-कभी तापमान बहुत निचे चला जाता है।
जिससे की बहुत ज्यादा ठण्ड बढ़ जाती है। सर्दियों के मौसम में, ठंडी हवा हर समय चलती रहती है। इस मौसम के दौरान आकाश अक्सर स्पष्ट रहता है, और कभी कभी कई कई दिन तक मौसम न खुलने की वजह से काफी सुखी ठण्ड पड़ती है।
पर कभी-कभी इस मौसम में बारिश होती है। इस समय रात में ओस की बूंदें गिरती है, और सुबह कोहरा दिखाई पड़ता है, हरी पत्तियों पर ओस की छोटी-छोटी बूंदे दिखाई पड़ती है,
और यह दृश्य बहुत ज्यादा आकर्षक लगता है, हर जगह ताजगी रहती है। सर्दियों का मौसम, बारिश के मौसम के बाद आता है, और यह हमारे देश में तीन महीने तक रहता है।
कभी कभी ज्यादा कोहरा पड़ने की वजह से सड़को पर ज्यादा धुंध छा जाती है जिससे की सड़को पर दुर्घटना के चांस काफी बढ़ जाते है। इसीलिए सर्दियों में हमेशा हमको धीरे वाहन चलाना चाहिए।
वर्षा ऋतु :-
वर्षा ऋतु हमारे देश में पाए जाने वाले मुख्य मौसम में से एक है। जिस प्रकार ग्रीष्म ऋतु और शीत ऋतु अपने आप में ठीक उसी प्रकार वर्षा ऋतु भी आप में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। क्योंकि हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान देश है
जहाँ खेती को बहुत ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है। और यहाँ की खास बात तो यह है कि, यहां की कृषि भी वर्षा पर आधारित है। हमारे भारत देश में इस मौसम का आगमन July के महीने में होता है तथा ये September के महीने तक रहती है
यह एक ऐसा मौसम है, जो गर्मी की तपती धूप और उमस भरे मौसम से हमे राहत दिलाती है। यह न सिर्फ हमे बल्कि हमारे देश के समस्त सजीव जगत को गर्मी की उमस भरी मौसम और धूप से राहत दिलाती है। भारत के लगभग ज्यादातर भागो में गर्मी का प्रभाव इतना हो जाते हैं कि, इस समय मे लोगो का घर से बाहर निकलना बहुत मुश्किल हो जाता है।
कई नदी, नहर , तालाब, कुएं, बगैर पानी के सूख जाते हैं। पशु-पक्षियाँ तथा कीट-पतंगे भी बहुत ही मुश्किल से अपना गुजारा कर पाती है। क्योंकि इस मौसम में धूप इतनी ज्यादा भयानक होती है कि, यह नदी, तालाब, के पानी को भी सुखा देती है। जिस कारण पशु-पक्षियों और कीट-पतंगों को अपनी प्यास बुझाने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पाती है।
इस ऋतु में धान, ज्वार, बाजरा और मक्का जैसी आदि फसले उगाई जाती हैं। जुलाई के बीच और अगस्त महीने के अंत तक यह अपनी चरम अवस्था में होती है। और खूब पानी बरसाती है। इस ऋतु के आते ही हमारे देश का प्राकृतिक दृश्य काफी मनमोहक हो जाता है
Conclusion :-
तो दोस्तों इस article के माध्यम से आपको पता लग गया होगा की weather क्या है और उसका हिंदी में क्या मतलब होता है और weather कितने प्रकार का होता है। तथा उम्मीद करता हु की आपको ये article आपको पसंद आया होगा अगर आपको ये article पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों के साथ share करे और कुछ query या problem हो तो comment करके हमें जरूर बताये
धन्यवाद !!!!!!!!!!!!

Mujhe help chiye mujhe article likhne hai blogger pr plz help me
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